कृषि एवं किसान कल्यापण मंत्रालय (एमओएएंडएफडब्यू्), भारत सरकार ने भारतीय बागवानी क्षेत्र की वैश्विक प्रतिस्प र्धात्मकता को बढ़ाने के लिए बागवानी कलस्ट्र विकास हेतु नए कार्यक्रम की घोषणा की है। रा.बा.बो. की केंद्रीय क्षेत्र योजना के घटक के रूप में
कलस्टर विकास कार्यक्रम के कार्यान्वेयन के लिए राष्ट्री य बागवानी बोर्ड को नोडल एजेंसी के रूप में नियुक्तर किया गया है।
कलस्टर विकास कार्यक्रम (सीडीपी) बागवानी कलस्टरों की भौगोलिक विशेषता का लाभ उठाने और पूर्व-उत्पादन, उत्पादन, फसल-कटाई उपरांत, लॉजिस्टिक्स्, ब्रांडिंग और विपणन गतिविधियों के एकीकृत एवं बाजार अनुसार विकास के लिए तैयार किया गया है।
एमओएएंडएफडब्यूश ने 53 बागवानी कलस्टिरों की पहचान की है जिनमें से 12 कलस्टर सीडीपी के प्रायोगिक शुभारंभ के लिए चुने गए हैं।

प्रायोगिक परियोजना से प्राप्त होने वाले ज्ञान के आधार पर, इस कार्यक्रम के अंतर्गत सभी 53 कलस्टेरों को शामिल किया जाएगा। प्रायोगिक चरण के कार्यान्वयन से प्राप्त होने वाले अनुभव नीति परिज्ञान और फील्ड स्तर के ज्ञान प्रदान करेंगे जो पूरे भारत देश में सभी
बागवानी कलस्टेरों में कार्यक्रम को संपन्न करने में मदद करेंगे।
सीडीपी के कार्यान्वसयन के लिए, राज्यस/केंद्रीय सरकार की सिफ़ारिशों के आधार पर सरकारी/सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी को कलस्टर विकास एजेंसी (सीडीए) के रूप में नियुक्त किया जाएगा। सीडीए के माध्यम से राज्य सरकार की निकायों की यह सहभागिता प्राप्त
होने वाले ज्ञान का संस्थातनीकरण सुनिश्चित करेंगी जिन्हें देश में नए कलस्टरों के विकास के भविष्य में दोहराया जा सकता है। कृपया क्लस्टर-वार सीडीए के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें